Skip to main content

2025 में POWERGRID में नौकरी पाने का मौका – Field Engineer & Supervisor के लिए

 POWERGRID भारत सरकार की महा-रत्न (Maharatna) कंपनी है और दुनिया की सबसे बड़ी पावर ट्रांसमिशन यूटिलिटीज़ में से एक है। यह कंपनी पूरे भारत में बिजली के इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम की योजना, संचालन और नियंत्रण में संलग्न है।




POWERGRID के बारे में:

  • ट्रांसमिशन लाइनों की लंबाई: लगभग 1,80,849 किमी

  • सबस्टेशन: 286

  • देश में कुल बिजली का लगभग 50% POWERGRID के नेटवर्क के माध्यम से ट्रांसमिट होता है।

  • टेलीकॉम नेटवर्क: लगभग 1,00,000 किमी, 3000 लोकेशन और 500 शहरों में नेटवर्क।

  • वित्तीय प्रदर्शन (FY 2024-25):

    • ग्रॉस टर्नओवर: ₹47,459 करोड़

    • नेट प्रॉफिट: ₹15,521 करोड़

भर्ती का उद्देश्य:

POWERGRID अपने विभिन्न प्रोजेक्ट्स और सब्सिडियरीज में अनुभवी फील्ड इंजीनियर और फील्ड सुपरवाइजर को 24 महीने की अनुबंध अवधि के लिए भर्ती कर रही है। अनुबंध आगे 1 वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है, अधिकतम 5 वर्षों तक। यह नियुक्ति स्थायी रोजगार का अधिकार नहीं देती।

उपलब्ध पद और क्षेत्रवार रिक्तियां:

क्षेत्र / प्रोजेक्टफील्ड इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल)फील्ड इंजीनियर (सिविल)फील्ड सुपरवाइजर (इलेक्ट्रिकल)फील्ड सुपरवाइजर (सिविल)फील्ड सुपरवाइजर (इलेक्ट्रॉनिक्स & कम्युनिकेशन)कुल
NR-I33121814-77
NR-I (राज प्रोज)3122-24-77
NR-II89353714-175
NR-III42144214-112
ओडिशा प्रोज41143914-108
NER2111-5
SR-I64268433-207
SR-II234259-61
WR-I15766-34
WR-II1606310364-390
RDSS प्रोज32-180-85297
कुल532198535193851543

नोट: रिक्तियों की संख्या बदल सकती है।

पात्रता और अनुभव:

  1. फील्ड इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल/सिविल):

    • योग्यता: BE/B.Tech/B.Sc (Engg.) इलेक्ट्रिकल या सिविल।

    • अनुभव: 1 वर्ष का पोस्ट-क्वालिफिकेशन अनुभव (DESIGN/ENGINEERING/CONSTRUCTION/TESTING & COMMISSIONING)

  2. फील्ड सुपरवाइजर (इलेक्ट्रिकल/सिविल/इलेक्ट्रॉनिक्स):

    • योग्यता: डिप्लोमा (Electrical/Civil/Electronics & Communication)

    • अनुभव: 1 वर्ष का पोस्ट-क्वालिफिकेशन अनुभव

नोट: PSU/Listed कंपनी में अनुभव को प्राथमिकता दी जाएगी।

वेतन और लाभ:

  • फील्ड इंजीनियर: ₹30,000 बेसिक + DA + HRA + 35% परक + वार्षिक CTC: ₹8.9 लाख

  • फील्ड सुपरवाइजर: ₹23,000 बेसिक + DA + HRA + 35% परक + वार्षिक CTC: ₹6.8 लाख

  • वार्षिक वेतन वृद्धि: 3%

  • मेडिकल लाभ, EPF, ग्रेच्युटी, छुट्टियां और Group Personal Accident Insurance।

आयु सीमा:

  • अधिकतम 29 वर्ष (17 सितंबर 2025 तक)

  • श्रेणीवार छूट उपलब्ध (OBC, SC/ST, PwBD, ExSM)

चयन प्रक्रिया:

  1. POWERGRID Common FTE Written Test-2025 (PAN India)

    • अवधि: 1 घंटा

    • तकनीकी ज्ञान (50 प्रश्न) और एप्टीट्यूड टेस्ट (25 प्रश्न)

    • MCQ, कोई निगेटिव मार्किंग नहीं

    • न्यूनतम अंक: UR/EWS 40%, आरक्षित श्रेणी 30%

  2. इंटरव्यू (Field Engineer):

    • लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवार इंटरव्यू के लिए बुलाए जाएंगे।

    • न्यूनतम अंक: UR/EWS 40%, आरक्षित श्रेणी 30%

  3. फील्ड सुपरवाइजर:

    • लिखित परीक्षा के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाएगी।

आवेदन प्रक्रिया:

  • केवल ऑनलाइन आवेदन: POWERGRID Careers

  • आवेदन शुल्क:

    • फील्ड इंजीनियर ₹400

    • फील्ड सुपरवाइजर ₹300

    • SC/ST/PwBD/ExSM: शुल्क मुक्त

  • आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करना अनिवार्य है।

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • उम्मीदवारों को National Skills Registry (NSR) में पंजीकरण करना होगा।

  • मेडिकल फिटनेस अनिवार्य।

  • अनुबंध 24 महीने या प्रोजेक्ट पूरा होने तक रहेगा।

  • उम्मीदवार स्थायी भर्ती का दावा नहीं कर सकते।


यदि आप POWERGRID में अनुबंधित पदों के लिए योग्य हैं और अनुभव रखते हैं, तो यह सुनहरा अवसर आपके लिए है। जल्दी करें और अपनी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।

Download full notification pdf 

https://www.powergrid.in/sites/default/files/job_opportunities_document/eng_of_FE_FTB.pdf 

Comments

Popular posts from this blog

Power factor क्या होता है | power factor formula

Power factor क्या होता है | power factor formula इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई में, हम अक्सर पावर फैक्टर (Power Factor) शब्द सुनते हैं. यह विद्युत परिपथों (Electrical Circuits) की दक्षता (Efficiency) को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आइए, इस ब्लॉग पोस्ट में  पावर फैक्टर को सरल भाषा में समझते हैं और इसका सूत्र भी सीखते हैं. Power Factor क्या होता है ?   सरल शब्दों में, पावर फैक्टर किसी विद्युत परिपथ द्वारा खींची गई कुल विद्युत धारा (Current) के उस भाग का अनुपात है जो वास्तव में उपयोगी कार्य (Useful Work) करने में लगता है. इसे हम प्रतिशत (%) में व्यक्त करते हैं. उच्च पावर फैक्टर (High Power Factor): यह एक आदर्श स्थिति है, जहाँ अधिकांश धारा का उपयोग वास्तविक कार्य करने में होता है. इसे 90% से 100% के बीच माना जाता है. उच्च पावर फैक्टर दक्षता का सूचक है, जिसका मतलब है कि कम ऊर्जा बर्बाद होती है. निम्न पावर फैक्टर (Low Power Factor): इसका मतलब है कि धारा का एक बड़ा हिस्सा वास्तविक कार्य करने के बजाय परिपथ में रिएक्टिव पावर (Reactive Power) उत्पन्न करने में खर्च हो र...

अपनी तैयारी को मजबूत करें: इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग इंटरव्यू में पूछे जाने वाले 20 प्रश्न और उनके उत्तर

कुछ basic questions होते हैं जो इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स के छात्रों से इंटरव्यू में पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों का अभ्यास हर छात्र को अवश्य करना चाहिए। सभी प्रश्नों के उत्तर नीचे दिए गए हैं। (1) ट्रांसफार्मर के पीछे मूल सिद्धांत क्या है? (a) विद्युत चुंबकत्व  (b) रासायनिक प्रतिक्रिया (c) घर्षण (d) प्रकाश उत्सर्जन (2) विद्युत परिपथों के साथ काम करते समय हमेशा कौन सी सुरक्षा सावधानी बरतनी चाहिए? (a) केवल लंबे हैंडल वाले औजारों का उपयोग करें। (b) गीले हाथों से काम करें। (c) कभी भी बिजली स्रोत को बंद न करें। (d) हमेशा मान लें कि परिपथ चालू है।  (3) AC और DC धारा में क्या अंतर है? (a) AC धारा DC धारा से अधिक मजबूत होती है। (b) DC धारा दिशा बदलती है, जबकि AC धारा नहीं बदलती।  (c) AC धारा का उपयोग घरों में किया जाता है, जबकि DC धारा का उपयोग कारों में किया जाता है। (d) कोई अंतर नहीं है। (4) परिपथ में फ्यूज का क्या कार्य है? (a) धारा प्रवाह को बढ़ाना (b) परिपथ को अधिभार से बचाना  (c) वोल्टेज को नियंत्रित करना (d) संकेतों को बढ़ाना (5) ऑप-एम्प (ऑपरेशनल एम्पlifier) कि...

System on a chip (SoC) क्या होता है?

   System on a chip (SoC) क्या होता है?  system on a chip (SoC) ये एक ऐसी IC होता है जिसपर कंप्यूटर या अन्य electronics systems के components एक ही चिप पर integrated  होते  है।  इसमें central processing unit (CPU), memory, input/output (I/O) devices और अन्य बाह्य उपकरण शामिल हैं। SoCs का उपयोग अक्सर मोबाइल उपकरणों, जैसे स्मार्टफोन और टैबलेट, साथ ही अन्य एम्बेडेड सिस्टम, जैसे स्मार्ट टीवी और wearable devices में किया जाता है।  SoCs पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइनों की तुलना में कई लाभ प्रदान करते हैं, जिनमें शामिल है: Reduced size and weight:   SoCs पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइनों की तुलना में बहुत छोटे और हल्के होते हैं जो अलग-अलग घटकों का उपयोग करते हैं। यह उन्हें मोबाइल उपकरणों और अन्य space-constrained applications में उपयोग के लिए ideal  बनाता है। Reduced power consumption:  SoC पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक डिजाइनों की तुलना में कम बिजली की खपत करते हैं।जिससे device की बैटरी backup बढ़ जाती है और ऐसा इसलिए है क्योंकि SoC पर components  एक...