Skip to main content

Power factor क्या होता है | power factor formula

Power factor क्या होता है | power factor formula

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई में, हम अक्सर पावर फैक्टर (Power Factor) शब्द सुनते हैं. यह विद्युत परिपथों (Electrical Circuits) की दक्षता (Efficiency) को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आइए, इस ब्लॉग पोस्ट में  पावर फैक्टर को सरल भाषा में समझते हैं और इसका सूत्र भी सीखते हैं.

Power Factor क्या होता है ? 

सरल शब्दों में, पावर फैक्टर किसी विद्युत परिपथ द्वारा खींची गई कुल विद्युत धारा (Current) के उस भाग का अनुपात है जो वास्तव में उपयोगी कार्य (Useful Work) करने में लगता है. इसे हम प्रतिशत (%) में व्यक्त करते हैं.

उच्च पावर फैक्टर (High Power Factor): यह एक आदर्श स्थिति है, जहाँ अधिकांश धारा का उपयोग वास्तविक कार्य करने में होता है. इसे 90% से 100% के बीच माना जाता है. उच्च पावर फैक्टर दक्षता का सूचक है, जिसका मतलब है कि कम ऊर्जा बर्बाद होती है.

निम्न पावर फैक्टर (Low Power Factor): इसका मतलब है कि धारा का एक बड़ा हिस्सा वास्तविक कार्य करने के बजाय परिपथ में रिएक्टिव पावर (Reactive Power) उत्पन्न करने में खर्च हो रहा है. यह 80% से कम का पावर फैक्टर है और यह अक्षमता का संकेत देता है, जिससे अधिक ऊर्जा बर्बाद होती है.

पावर फैक्टर का सूत्र (Power Factor Formula)


पावर फैक्टर (PF) की गणना निम्न सूत्र द्वारा की जाती है:

PF = वास्तविक शक्ति (kW) / स्पष्ट शक्ति (kVA)

वास्तविक शक्ति (kW): यह वही शक्ति है जो परिपथ में वास्तविक कार्य करने के लिए उपयोग की जाती है, जिसे किलोवॉट (kW) में मापा जाता है.

स्पष्ट शक्ति (kVA): यह वह कुल शक्ति है जिसे परिपथ आपूर्ति स्रोत (Supply Source) से खींचता है, जिसे किलोवोल्ट-एम्पियर (kVA) में मापा जाता है.


Image Credit: fluke.com

बियर का उदाहरण (Beer Analogy):

कभी ध्यान दिया है कि एक ठंडी बीयर का मजा तब कम हो जाता है जब गिलास में बहुत ज्यादा झाग (Foam) हो? पावर फैक्टर को समझने के लिए आप एक गिलास बीयर की कल्पना कर सकते हैं.

गिलास की कुल मात्रा (Total Glass Capacity): यह स्पष्ट शक्ति (kVA) के समान है. यह दर्शाता है कि आपूर्ति स्रोत कुल कितनी शक्ति दे रहा है.
बीय (eer): यह वास्तविक शक्ति (kW) के समान है. यही वह हिस्सा है जिसे आप पी सकते हैं और आनंद ले सकते हैं (वास्तविक कार्य).
झाग (Foam): यह रिएक्टिव पावर के समान है. यह कोई उपयोगी कार्य नहीं करता है, बल्कि गिलास की जगह घेर लेता है.
उच्च पावर फैक्टर के लिए, आप चाहते हैं कि गिलास में ज्यादा से ज्यादा बीयर हो और कम से कम झाग हो. इसी तरह, एक अच्छे पावर फैक्टर के लिए, आप चाहते हैं कि परिपथ द्वारा खींची गई धारा का अधिकांश भाग वास्तविक कार्य करने में लगे.

उदाहरण:

मान लीजिए किसी मोटर द्वारा खींची गई धारा 10 एम्पीयर (A) है और वोल्टेज 220 वोल्ट (V) है. यदि मोटर की वास्तविक शक्ति 2 किलोवॉट (kW) है, तो उसका पावर फैक्टर क्या होगा?

स्पष्ट शक्ति (kVA) = V x A = 220 V × 10 A = 2200 VA = 2.2 kVA
पावर फैक्टर (PF) = 2 kW / 2.2 kVA = 0.91 (लगभग 91%)
इस उदाहरण में, मोटर का पावर फैक्टर 91% है, जो एक अच्छा मान है और यह दर्शाता है कि मोटर दक्षतापूर्वक कार्य कर रही है.

निष्कर्ष

पावर फैक्टर विद्युत परिपथों की दक्षता को समझने में महत्वपूर्ण है. उच्च पावर फैक्टर ऊर्जा की बचत और कम बिजली का बिल सुनिश्चित करता है. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र में, पावर फैक्टर सुधार (Power Factor Correction) की तकनीकें अक्सर कम पावर फैक्टर को सुधारने के लिए उपयोग की जाती हैं.

आशा है कि यह ब्लॉग पोस्ट आपको पावर फैक्टर और उसके सूत्र को समझने में मददगार रहा!

Comments

Popular posts from this blog

2,000 रुपये से कम कीमत वाले टॉप 5 नेकबैंड

 2,000 रुपये से कम कीमत वाले टॉप 5 नेकबैंड नेकबैंड चलते-फिरते संगीत और कॉल का आनंद लेने का एक शानदार तरीका है, बिना उलझे तारों की चिंता किए। लेकिन 2,000 रुपये से कम कीमत में इतने सारे विकल्प होने के कारण, सही विकल्प चुनना मुश्किल हो सकता है। ऑडियो के दीवाने, घबराएँ नहीं! यहाँ टॉप 5 नेकबैंड का विवरण दिया गया है, जिनमें से प्रत्येक में आपकी ज़रूरतों के हिसाब से हाइलाइट की गई विशेषताएँ हैं: 1. बास और नॉइज़ कैंसलेशन किंग: रियलमी बड्स वायरलेस 3 अपने 13.6mm डायनामिक बास ड्राइवर के साथ दमदार है और इमर्सिव लिसनिंग के लिए 30dB एक्टिव नॉइज़ कैंसलेशन (ANC) का दावा करता है। यह फ़ास्ट चार्जिंग के साथ 40 घंटे की बैटरी लाइफ़ भी देता है, जो इसे लंबी यात्राओं के लिए एकदम सही बनाता है। BUY NOW 2. फ़ास्ट चार्जिंग चैंपियन: वनप्लस बुलेट्स Z2 क्विक चार्जिंग को प्राथमिकता देता है, जो सिर्फ़ 10 मिनट के चार्ज पर 20 घंटे का प्लेबैक देता है। इसमें गहरी आवाज़ के लिए 12.4mm का बड़ा बास ड्राइवर और साफ़ आवाज़ के लिए एंटी-डिस्टॉर्शन ऑडियो तकनीक है। साथ ही, यह चिंता मुक्त वर्कआउट के लिए पानी और पसीने से सुरक्ष...

अपनी तैयारी को मजबूत करें: इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग इंटरव्यू में पूछे जाने वाले 20 प्रश्न और उनके उत्तर

कुछ basic questions होते हैं जो इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स के छात्रों से इंटरव्यू में पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों का अभ्यास हर छात्र को अवश्य करना चाहिए। सभी प्रश्नों के उत्तर नीचे दिए गए हैं। (1) ट्रांसफार्मर के पीछे मूल सिद्धांत क्या है? (a) विद्युत चुंबकत्व  (b) रासायनिक प्रतिक्रिया (c) घर्षण (d) प्रकाश उत्सर्जन (2) विद्युत परिपथों के साथ काम करते समय हमेशा कौन सी सुरक्षा सावधानी बरतनी चाहिए? (a) केवल लंबे हैंडल वाले औजारों का उपयोग करें। (b) गीले हाथों से काम करें। (c) कभी भी बिजली स्रोत को बंद न करें। (d) हमेशा मान लें कि परिपथ चालू है।  (3) AC और DC धारा में क्या अंतर है? (a) AC धारा DC धारा से अधिक मजबूत होती है। (b) DC धारा दिशा बदलती है, जबकि AC धारा नहीं बदलती।  (c) AC धारा का उपयोग घरों में किया जाता है, जबकि DC धारा का उपयोग कारों में किया जाता है। (d) कोई अंतर नहीं है। (4) परिपथ में फ्यूज का क्या कार्य है? (a) धारा प्रवाह को बढ़ाना (b) परिपथ को अधिभार से बचाना  (c) वोल्टेज को नियंत्रित करना (d) संकेतों को बढ़ाना (5) ऑप-एम्प (ऑपरेशनल एम्पlifier) कि...

Microporcessor क्या होता है?

 Microprocessor क्या होता है? माइक्रोप्रोसेसर को कंप्यूटर का मस्तिष्क कहा जाता है। आजकल, यह ज़्यादातर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में पाया जाता है, जैसे कि कंप्यूटर और स्मार्टफोन। दरअसल, माइक्रोप्रोसेसर ही वह तकनीक है जो हमारे कंप्यूटर और स्मार्टफोन को इतनी तेज़ी से प्रक्रिया करने में सक्षम बनाती है। आइए, आज हम इसके बारे में विस्तार से जानें। माइक्रोप्रोसेसर एक एकीकृत परिपथ (Integrated Circuit - IC) होता है, जिसे अत्याधुनिक वीएलएसआई (VLSI - Very Large Scale Integration) तकनीक द्वारा निर्मित किया जाता है. इसमें लाखों ट्रांजिस्टरों, गेटों और अन्य इलेक्ट्रॉनिक घटकों को एक छोटी सी चिप पर समाहित किया जाता है। यह एक Programmable Processing Unit है. इसका अर्थ है कि माइक्रोप्रोसेसर को विभिन्न कार्यों के लिए निर्देशों का एक सेट दिया जा सकता है, जिसे हम सॉफ्टवेयर के रूप में जानते हैं। माइक्रोप्रोसेसर निम्न कार्यों को करने में सक्षम होता है। Instruction Fetch Instruction Decode Data Processing Result Output Control Signals आधुनिक माइक्रोप्रोसेसरों में आमतौर पर ये उप-विभाग होते हैं: अर्थमेटिक लॉजिक य...