Right to Repair Policy क्या है ? कैसे काम करता है?
hello everyone आज जानेंगे right to repair policy के बारे में इससे consumers को क्या benefits मिलेगा और कैसे आप इसका फायदा उठा सकते है दोस्तों क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है की आपके phone में कोई खराबी आ गयी हो और अपने उसके parts नहीं मिलने के वजह से आपका वह product repair ना हो पाया हो ये अक्सर लोगो के साथ होता रहता है इसीलिए goverment ने इस पालिसी का गठन किया अब प्रोडक्ट manufacturing company को product की पूरी डिटेल्स के साथ उसके पार्ट्स के उपलब्धता की भी जानकारी को कंस्यूमर को देना होगा
क्या है right to repair Policy:
Ministry of Consumer Affairs (MCA) ने रिपेयरिंग के अधिकार की रुपरेखा के लिए एक समिति का गठन किया जिसके तहत उपभोक्ता के प्रोडक्ट्स ख़राब होने पर नए प्रोडक्ट खरीदने की बजाये वो अपने प्रोडक्ट्स को रिपेयर करा सकते है आप कहेंगे की क्या पहले रिपेयर नहीं होती थी तो मै आपको बताना चाहुगा की पहले भी प्रोड्कट रिपेयर होते थे लेकिन उसमे आपको प्रोडक्ट के official service center पर ही आपको जाना पड़ता था और उस वजह से product repairing कॉस्ट भी ज्यादा होती थी लेकिंग right to repair Policy आने के बाद अब company को products के part और schemetic diagram भी प्रोवाइड करना होगा जिससे की आप अपने nearest किसी भी रीपेरिंग center पैर अपने प्रोडक्ट को रिपेयर करा सकते है अभी इस policy के तहत कुछ ही प्रोडक्ट listed है लेकिन ये संख्या धीरे धीरे बढ़ रहा है ये पालिसी भारत के साथ साथ अन्य देशो में भी avaialble है।
जानते है official policy के बारे में
according to the https://righttorepairindia.gov.in/about-us.php"The Ministry of Consumer Affairs (MCA) has set up a committee to come up with a Right to Repair framework. The framework is significant as it will give consumers a chance to repair their products at an optimal cost instead of buying new products altogether. The important sectors for the initial focus of the framework are farming equipment, mobile phones & tablets, consumer durables, automobiles & automobile equipment."
कैसे काम करता है Right to Repair Policy
"Right to Repair" portal Ministry of Consumer Affairs (MCA) के अधीन है
जिसमे की प्रोडक्ट निर्माताओं को उपभोक्ताओं को अपने उत्पादों की मरम्मत के लिए जानकारी और उपकरणों तक पहुंच प्रदान करना होगा जिससे की consumers अपने प्रोडक्ट को company के official cervice center या third party repairingcenter से प्रोडक्ट को repair करने की सहूलियत मिले
इसमें मुख्य रूप से शामिल होंगे repair manuals, diagnostic tools, and access to spare parts.
Right to Repair portal consumers को उनके अधिकारों, अधिकृत सेवा केंद्रों और तीसरे पक्ष की मरम्मत की दुकानों की सूची के बारे में जानकारी प्रदान करता है और उपभोक्ताओं को शिकायत दर्ज करने की अनुमति देता है।
कौन कौन से प्रोडक्ट्स अभी इसके तहत आते है
अभी इस policy के तहत goverment की वेबसाइट पैर कुछ प्रोडक्ट categories को लिस्ट किया गया है जिनमे से है
(1) Farming Equipment,
Tractor parts
Harvesters
Water Pump Motor
(2) Mobile/Electronics displays data storage components,
Mobiles
Tablets
Wireless headphones and Ear buds
laptops
Universal Charging ports/cables
Batteries
Servers and Data Storage
Hardwares & Softwares
Printers
(3) Consumer Durables,
Water Purifiers
Washing Machines
Refrigerators
Televisions
Integrated / Universal Remote
Dishwashers
Microwaves
Air Conditioners
Geysers
Electric Kettles
Induction Cooktops
Mixer Grinders
Electric Chimneys
(4) Automobile Equipments
Passenger vehicles
2 wheelers
Electric vehicles
Three Wheelers
Cars
इससे आम लोगो को कैसे फायदा होगा
जहा पहले लोगो को products की रिपेयरिंग के लिए OEM (Original equipment manufacturer) के ऊपर निर्भर होना पड़ता था वही अब वो अपने नजदीकी रिपेयरिंग center पर जा के करा सकते है साथ ही अगर किसी प्रकार से उनको रिपेरिंग से रिलेटेड मुसीबतो का सामना करना पड़े तो वो अपनी शिकायत सरकारी पोर्टल पैर कर सकते है
दोस्तों उम्मीद करता हु ये पोस्ट आपको अच्छा लगा हो और अधिक जानकारी के लिए Right to Repair की official वेबसाइट पर विजिट करे धन्यवाद्
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