IP Address और MAC Address क्या होता है ?
Introduction: जैसा कि हम सभी जानते हैं, हमारे कंप्यूटर नेटवर्क एक बड़े नेटवर्क जैसे कि इंटरनेट से जुड़े होते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि इन नेटवर्क में हमारी कंप्यूटर को कैसे uniquely identified किया जाता है? कभी-कभी हमें अपने IP address के बारे में पूछना पड़ता है। आपने जरूर सुना होगा कि आईपी एड्रेस क्या होता है, और MAC address क्या होता है। हम इनके बारे में समझेंगे।
हमारा IP address TCP/IP protocol पर काम करता है। IP address के द्वारा हम डेटा को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क तक transport करते हैं। जब हम डेटा भेजते हैं, तो हमारा आईपी एड्रेस नेटवर्क को बताता है कि इसे कहाँ भेजना है। इंटरनेट पर प्रत्येक डिवाइस का एक unique IP address होता है, यही कारण है कि हम एक-दूसरे से communicate कर सकते हैं।
MAC address एक unique identifier है जो प्रत्येक नेटवर्क इंटरफ़ेस नियंत्रक (NIC) को assign किया जाता है। यह आपके network adapter का physical address है। MAC address का उपयोग स्थानीय नेटवर्क पर डिवाइसों की पहचान करने के लिए किया जाता है, जैसे कि home या office network
IP Address: IP address का फुल फॉर्म Internet Protocol address होता है इसका इस्तेमाल data को एक network से दूसरे network तक transport करने किया जाता है और data transport करने के लिए TCP / IP Protocol का इस्तेमाल ये logical address होता है और host के लिए unique address होता है
IP Address के दो version होते है IPv4 और IPv6
IPv4 (Internet Protocol version 4): इसमें 4-byte(32 bit) address होते है जो की dotted decimal notation में लिखे जाते है
IPv4, 32-bit Address अधिकतम 4.3 बिलियन unique address को represent कर सकता है
IPv6 (Internet Protocol version 6): 6-byte(128 bit) address होते है जो की Hexadecimal numbers में लिखे जाते है यह इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) के previous version IPv4 का successor है। IPv4 में limited space और features को full fill करने के लिए IPv6 को लाया गया
MAC Address:
इसका इस्तेमाल data को सही device तक deliver करने के लिए होता है
MAC address एक फिजिकल ऐड्रेस होता है जोकि hardware network card (NIC) में assign होता है
ध्यान देने वाली बात यह है कि बिना NIC के एक कंप्यूटर किसी भी कंप्यूटर नेटवर्क का हिस्सा नहीं बन सकता है यानी कि अगर आपके कंप्यूटर में नेटवर्क stablished करना है तो उसके लिए NIC लगा होना जरूरी है
जो NIC के manufacturers होते हैं वह unique physical address को हर एक NIC में assign करते हैं इसी physical address को media access control address(MAC)कहते हैं
यह 6-bytes address (48 bits )को store करता है जिसको colon से separate किया जाता है
इसमें से पहले तीन bytes (24 bits) MAC address manufacturee - id या Orgnisational Unique Identifier (OUI) होता है और last के तीन bytes (24 bits) card number होते है
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